Gramin bank अन्य सरकारी या प्राइवेट commercial bank (जैसे की SBI, Axis Bank, HDFC बैंक, इत्यादि) से अलग है। Gramin bank की स्थापना मुख्य तोर पर ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्र का विकास करना और बैंकिंग सुविधा दिलाने के लिए किया गया है, वहीं commercial bank का उद्देश्य मुनाफा कामना होता है।

संक्षेप में gramin और commercial bank में निम्नलिखित अंतर होतें हैं:

Gramin BankCommercial Bank
Gramin bank का उद्देश्य ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्र का विकास करना और बैंकिंग की सुविधा दिलवाना होता है।Commercial bank के अस्तित्व का मुख्य कारण संचालन द्वारा मुनाफा कमाना होता है।
Gramin bank का दायरा कृषि वित्त (finance), हस्तशिल्प और अन्य छोटे क्षेत्र के ऋण (loan) तक सीमित है।Commercial bank का कार्य क्षेत्र gramin bank के मुकाबले बड़ा है। यह कृषि वित्त प्रदान करने के अलावा home loan, car finance, letter of credit, बड़े कंपनियों को loan, और कई सरे कार्य भी करता है।
Gramin banks केवल ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्र में मौजूद होती है।Commercial bank देश के सभी छोटे-बड़े क्षेत्रो में मौजूद होती हैं।
Gramin bank का मुख्य कार्य पैसा जमा करवाना और loan देना होता है।जबकि commercial bank का काम उधार देना और उधार लेना के अलावा कई अन्य सेवाओं पर जैसे स्टॉक ब्रोकिंग, asset management, insurance, व्यापारी बैंकिंग, venture capital financing, विदेशी से संबंधित आदान-प्रदान, व्यापार आदि में भी होता है।
Gramin bank के मालिक government of India, राज्य सरकार और commercial banks (हिस्सेदारी में) होती है।commercial बैंक के stakeholders आम जनता और central goverment होती है।

Gramin bank और commercial bank के कार्य और उद्देश्य में फरक होता है। Gramin bank मुख्या तोर पे ग्रामीण क्षेत्रो के विकास के लिए काम करती है, वहीं commercial banks का उद्देश्य मुनाफा कामना होता है।

Gramin bank केंद्र और राज्य सरकार के अंतर्गत आती है, वहीं commerial banks प्राइवेट भी हो सकती है जैसे की HDFC बैंक, Axis बैंक, इत्यादि।